देशभर के बैंक ग्राहकों के लिए एक बड़ी सुविधा की घोषणा की गई है।वित्त मंत्रालय और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बैंक खातों में नामिनी (Nominee) जोड़ने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है।अब ग्राहक अपने बैंक खाते में सिर्फ एक नहीं, बल्कि चार तक नामिनी जोड़ सकेंगे। यह नई सुविधा 1 नवंबर 2025 से लागू होगी।इस बदलाव से खाताधारकों को अधिक पारदर्शिता और लचीलापन मिलेगा, जिससे खाते से जुड़ी उत्तराधिकार (Nominee Settlement) प्रक्रिया और भी आसान हो जाएगी।
4 Nomanee Add in Bank Account New Update 2025: Overviews
| आर्टिकल का प्रकार | 04 Nomanee Add in Bank Account |
| आर्टिकल का नाम | 04 Nomanee Add in Bank Account New Update 2025 |
| आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
| Benefits | 04 Nomanee Add in Bank Account New Update 2025 |
| Departments | Banking |
| ऑफिसियल वेब्साइट | Click Here |
04 Nomanee Add in Bank Account New Update 2025
देशभर के बैंक ग्राहकों के लिए एक बड़ी सुविधा की घोषणा की गई है।वित्त मंत्रालय और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बैंक खातों में नामिनी (Nominee) जोड़ने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है।अब ग्राहक अपने बैंक खाते में सिर्फ एक नहीं, बल्कि चार तक नामिनी जोड़ सकेंगे।
यह नई सुविधा 1 नवंबर 2025 से लागू होगी।इस बदलाव से खाताधारकों को अधिक पारदर्शिता और लचीलापन मिलेगा, जिससे खाते से जुड़ी उत्तराधिकार (Nominee Settlement) प्रक्रिया और भी आसान हो जाएगी।
📘 क्या है नामिनी की सुविधा?
नामिनी (Nominee) वह व्यक्ति होता है जिसे खातेधारक अपनी मृत्यु या असमर्थता की स्थिति में खाते की राशि प्राप्त करने के लिए अधिकृत करता है।
अब तक बैंक खातों में केवल एक नामिनी जोड़ने की अनुमति थी, लेकिन कई बार यह स्थिति विवाद का कारण बन जाती थी, खासकर तब जब खाताधारक के परिवार के कई सदस्य हों।
नई व्यवस्था के अनुसार, अब ग्राहक चार अलग-अलग व्यक्तियों को नामिनी बना सकते हैं और प्रत्येक के लिए हिस्सेदारी (Percentage Share) भी तय कर सकते हैं।
💡 नई व्यवस्था के मुख्य बिंदु
- चार तक नामिनी जोड़ने की सुविधा:
अब खाते में एक से चार लोगों को नामिनी बनाया जा सकता है। - हिस्सेदारी निर्धारित करने का विकल्प:
खाताधारक तय कर सकता है कि किस नामिनी को कितनी प्रतिशत राशि मिलेगी। - किसी भी समय बदलाव की सुविधा:
जरूरत पड़ने पर ग्राहक नामिनी को बदल या अपडेट कर सकेंगे। - सभी प्रकार के खातों पर लागू:
यह नियम सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉज़िट और जॉइंट अकाउंट्स सभी पर लागू होगा। - ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से अपडेट संभव:
ग्राहक बैंक शाखा जाकर या इंटरनेट बैंकिंग / मोबाइल ऐप के जरिए नामिनी जोड़ या अपडेट कर सकेंगे।
🧾 क्या होगा लाभ
इस सुविधा का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि खाताधारक की मृत्यु या दुर्घटना की स्थिति में दावा निपटान (Claim Settlement) प्रक्रिया तेज़ और सरल हो जाएगी।
पहले एकमात्र नामिनी के विवाद या अनुपस्थिति के कारण परिवार को रकम निकालने में दिक्कतें आती थीं।
अब चार नामिनी होने से बैंक यह सुनिश्चित कर सकेगा कि राशि सही और पारदर्शी तरीके से सभी दावेदारों तक पहुँच सके।
⚖️ नया नियम क्यों जरूरी था?
पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आए थे,
जहाँ खाताधारक के निधन के बाद केवल एक नामिनी होने के कारण परिवार के बाकी सदस्यों को खाते की रकम पाने में कठिनाई हुई।
इसके अलावा, बैंकिंग ओम्बड्समैन और उपभोक्ता मंचों में इस विषय पर हजारों शिकायतें आईं।
इसलिए वित्त मंत्रालय ने मौजूदा नियमों में संशोधन करते हुए अधिक लचीली व्यवस्था बनाने का निर्णय लिया।
📅 कब से लागू होगा नया नियम
नई नामिनी व्यवस्था 1 नवंबर 2025 से सभी बैंकों और वित्तीय संस्थानों में लागू होगी।
इससे पहले, बैंकों को अपने कोर बैंकिंग सिस्टम (CBS) और ऑनलाइन पोर्टल्स को अपडेट करने का निर्देश दिया गया है ताकि ग्राहक बिना किसी परेशानी के यह बदलाव कर सकें।
🏦 नामिनी जोड़ने की प्रक्रिया
🔸 ऑफलाइन प्रक्रिया
- अपनी बैंक शाखा में जाएँ।
- “Nomination Form” भरें (Form DA-1 या DA-2)।
- नामिनी का नाम, पता, संबंध और हिस्सेदारी प्रतिशत लिखें।
- बैंक अधिकारी के सामने हस्ताक्षर करें।
- बैंक की मुहर लगने के बाद नामिनी की जानकारी सिस्टम में दर्ज हो जाएगी।
🔸 ऑनलाइन प्रक्रिया
- अपने बैंक की नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप में लॉगिन करें।
- “Update Nominee” या “Add Nominee” सेक्शन पर जाएँ।
- नाम, जन्म तिथि, संबंध और प्रतिशत शेयर भरें।
- OTP सत्यापन के बाद सबमिट करें।
🧮 उदाहरण के रूप में समझें
मान लीजिए किसी व्यक्ति ने अपने खाते में चार नामिनी जोड़े —
- पत्नी: 40%
- पुत्र: 30%
- पुत्री: 20%
- माता: 10%
अब खाताधारक की मृत्यु होने पर राशि इन्हीं प्रतिशत अनुपातों में संबंधित नामिनियों को दी जाएगी।
इससे पारिवारिक विवाद और दावा प्रक्रिया दोनों ही सरल हो जाएँगी।
🔍 कौन से बैंक पहले से यह सुविधा दे रहे हैं
कुछ निजी बैंक जैसे HDFC Bank, ICICI Bank और Axis Bank ने पहले ही अपने सिस्टम में मल्टी-नामिनी फीचर जोड़ना शुरू कर दिया है।
सरकारी बैंकों जैसे SBI, PNB, Bank of Baroda और Canara Bank में भी यह सुविधा 2025 तक पूरी तरह लागू हो जाएगी।
🧠 महत्वपूर्ण बातें जो आपको जाननी चाहिए
- नामिनी को केवल “कानूनी उत्तराधिकारी (Legal Heir)” नहीं माना जाता, लेकिन यह राशि प्राप्त करने का अधिकार रखता है।
- यदि कोई नामिनी नहीं है, तो खाते की राशि उत्तराधिकार अधिनियम (Succession Law) के अनुसार वितरित होती है।
- नामिनी जोड़ने की प्रक्रिया निःशुल्क (Free) है।
- किसी भी समय नामिनी को जोड़ा, हटाया या बदला जा सकता है।
क्या है नया बदलाव?
- अब खाता धारक बैंक खाते में एक या एक से अधिक नामांकित व्यक्ति जोड़ सकेंगे।
- खाताधारक खुले तौर पर अपने बैंक खाते की राशि, फिक्स्ड डिपॉजिट, सावधि जमा या अन्य बैंक संपत्ति में ‘किस नॉमिनी को कितना हिस्सा मिलेगा’, यह खुद तय कर सकता है।
- बैंक में नामांकन दौरान व्यक्ति प्रतिशत या हिस्सा तय करेगा। मृत्यु के बाद बैंक संपत्ति उसी हिसाब से नॉमिनी को देनी होगी।
- इससे खाताधारक की मर्जी के खिलाफ कोई संपत्ति विवाद नहीं होगा।
- नामांकित व्यक्ति के नहीं होने पर संपत्ति उत्तराधिकारी या लीगल हीर को दी जाएगी।
नामांकन (Nomination) में विकल्प
- एक या एक से अधिक नामांकित व्यक्ति: खाता धारक अपनी बैंक शाखा या ऑनलाइन बैंकिंग पोर्टल के माध्यम से ही एक से अधिक नॉमिनी जोड़ सकता है।
- भागीदारी या प्रतिशत: यदि खाता धारक चाहे तो, 2 नॉमिनी बना सकता है—जैसे 60% पत्नी को और 40% बेटे/बेटी को। कोई तीसरा विकल्प भी जोड़ सकता है।
- बिना नामांकित व्यक्ति: अगर अकाउंट में नॉमिनी नहीं जोड़ा गया, तो खाताधारक के निधन के बाद ‘कानूनी उत्तराधिकारी’ को संपत्ति दी जाएगी, जिसके लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
- क्लेम विवाद पर रोक: संपत्ति वितरित होने में कोई विवाद नहीं होगा; खाता खुलने के समय शेयर प्रतिशत साफ-साफ तय रहेगा।
ग्राहकों के लिए फायदे
- अब खाताधारक को यह चिंता नहीं रहेगी कि मृत्यु के बाद संपत्ति का कोई हिस्सा मनमाफिक तरीके से बंटेगा।
- वसीयत या उत्तराधिकारी विवाद की संभावना खत्म होगी।
- खाताधारक के जीवन में ही सारे क्लेम पूरी तरह पारदर्शी और सुरक्षित ढंग से रजिस्टर हो जाएंगे।
- बैंक की प्रक्रिया सरल, ऑनलाइन होने से वृद्ध/रोगी, प्रवासी नागरिकों के लिए सुविधा बढ़ी है।
- संपत्ति की हिस्सेदारी से जुड़े विवाद पूरी तरह समाप्त होंगे।
नामांकन प्रक्रिया कैसे करें?
- बैंक ब्रांच जाकर या नेट बैंकिंग/मॉबाइल ऐप से नया नामांकन फॉर्म भरें।
- इच्छानुसार एक या एक से अधिक नॉमिनी के नाम और प्रतिशत दर्ज करें।
- बैंक द्वारा अपडेटेड नॉमिनेशन रसीद प्राप्त करें।
- भविष्य में बदलाव भी संभव—नोटिस देकर नया नॉमिनी या प्रतिशत सेट कर सकते हैं।
बैंक नामिनी नियम – नया क्या है?
सवाल 1: यह नया नियम क्या है?
- अब बैंक ग्राहक अपने जमा (डिपॉज़िट) खाते में उपरोक्त तीन नहीं बल्कि चार नामिनी (nominees) चुन सकते हैं। India Today+2Press Information Bureau+2
- यह बदलाव “नामिनी सुविधाएँ” से संबंधित है — जैसे कि यदि खाता धारक की मृत्यु हो जाए, तो नामिनी को राशि या लाभ मिल सके। mint+1
- यह बदलाव सिर्फ बैंक जमा खातों तक सीमित नहीं है, बल्कि सुरक्षा लॉकर, सुरक्षित रखरखाव (safe custody) जैसी सुविधाओं के लिए भी है। Press Information Bureau+1
सवाल 2: यह नियम कब से लागू होगा?
- इन प्रावधानों को 1 नवंबर 2025 से लागू किया गया है। Press Information Bureau+1
- यूँ कहें कि बैंकिंग कानून में संशोधन 2025 में आया है और नामिनी संबधित अनुभाग 10–13 इस तिथि से लागू होंगे। Business Standard+1
सवाल 3: इस नियम का उद्देश्य क्या है?
- पुरानी व्यवस्था में अक्सर एक नामिनी रखनी होती थी, जिससे मृत खाता धारक के पैसे के दावे में जटिलताएँ आती थीं। यह बदलाव उस समस्या को हल करने के लिए है। mint+1
- इससे दावे निष्पादन (claim settlement) प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, कुशल और व्यावहारिक बनेगी। Press Information Bureau
नामिनी चुनने-सम्बंधित प्रश्न
सवाल 4: चार नामिनी का मतलब क्या है?
- इसका मतलब है कि अब आप एक से अधिक (कुल चार तक) व्यक्तियों को नामिनी के रूप में चुन सकते हैं। www.ndtv.com+1
- आप इन नामिनियों को एक साथ (simultaneous) चुन सकते हैं या क्रमवार (successive) रूप से। India Today
सवाल 5: “सिमल्टेनियस” और “सक्सेसिव” नामिनी क्या होते हैं?
- सिमल्टेनियस नामिनी (Simultaneous Nominees): आप एक खाते में चार नामिनी चुनते हैं और प्रत्येक को प्रतिशत (share) दे सकते हैं, जैसे: नामिनी A 40%, B 30%, C 20%, D 10%. कुल प्रतिशत 100% होना चाहिए। Angel One+1
- सक्सेसिव नामिनी (Successive Nominees): आप एक नामिनी चुनते हैं, और पूर्व नामिनी की मृत्यु के बाद अगला नामिनी सक्रिय हो जाता है। आप चारों तक नामिनी इस तरह क्रमवार रख सकते हैं। Business Standard+1
सवाल 6: क्या यह सुविधा सभी खातों पर लागू है?
- हाँ — जमा (Deposit) खाते, सुरक्षित रखरखाव (Safe custody) और लॉकर से जुड़ी सुविधाओं में यह लागू है। Press Information Bureau+1
- लेकिन लॉकर और रखरखाव के मामलों में केवल सक्सेसिव नामिनी की सुविधा होगी, सिमल्टेनियस नहीं। Angel One
लागू करने-और प्रक्रिया-सम्बंधित प्रश्न
सवाल 7: मैं अपना नामिनी कैसे बदल/जोड़/हट सकूंगा?
- बैंक द्वारा जल्द ही “Banking Companies (Nomination) Rules, 2025” जारी किए जाएंगे जिनमें फॉर्म, प्रक्रिया, बैंक-प्रत्येक दस्तावेज़ आदि बताए जाएँगे। Business Standard
- आपको बैंक शाखा जाकर या बैंक द्वारा प्रदान फॉर्म भरकर नामिनी जोड़ने/हटाने/बदलने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
- बैंक की वेबसाइट या शाखा से जानकारी प्राप्त करें कि आपका बैंक कब इस सुविधा को सुरु कर रहा है।
सवाल 8: क्या पुराने नामिनी सूची प्रभावित होगी?
- नहीं — पहले से नामिनी जोड़े गए हैं, वे मान्य हैं। लेकिन अब आप नए regra के तहत चार तक नामिनी चुन सकते हैं।
- यदि आपने पहले एक नामिनी रखी थी, तो आप अतिरिक्त नामिनी जोड़ सकते हैं।
सवाल 9: क्या नामिनी चुनते समय प्रतिशत भी देना जरूरी है?
- यदि आप सिमल्टेनियस नामिनी चुन रहे हैं (एक साथ चार नामिनी), तो प्रत्येक नामिनी को “हिस्सा” देना होगा और कुल 100 % होना चाहिए। mint
- सक्सेसिव नामिनी में प्रतिशत देने की आवश्यकता नहीं — क्रमवार सक्रियता होगी।
यूज़र के लिए लाभ एवं सावधानियाँ
सवाल 10: मुझे क्या-क्या लाभ होंगे?
- आपके खाते को मृत्यु के बाद वितरण में विवाद कम होंगे।
- आपके द्वारा इच्छित व्यक्तियों को नामिनी बना कर धन सुरक्षित तरीके से पहुँच सकेगा।
- पारदर्शिता बढ़ेगी — यदि चार नाम लेने की सुविधा है, तो वितरण को आप अपनी सुविधा अनुसार कर सकते हैं।
- बैंकिंग प्रक्रिया सरल बनेगी।
सवाल 11: किन बातों पर सावधानी रखनी चाहिए?
- नामिनी चुनते समय भरोसेमंद व्यक्ति चुनें।
- यदि प्रतिशत बांट रहे हैं तो ध्यान रखें कि कुल 100 % हो।
- नामिनी के बाद क्रमवार विकल्प चुना है तो सुनिश्चित करें कि क्रम (order) स्पष्ट हो।
- खाता खुलवाते समय/बदलते समय बैंक से सुनिश्चित करें कि नवीन नामिनी विवरण बैंक रिकॉर्ड में अपडेट हो गया है।
- बैंक से पूछें कि इस सुविधा को बैंक ने कब से लागू किया है — रोल-आउट समय बैंक-बैंक में भिन्न हो सकता है।
विशेष परिस्थिति-सम्बंधित प्रश्न
सवाल 12: क्या नामिनी कानूनी विरासतदार बन जाते हैं?
- नामिनी तकनीकी रूप से “होल्डर/खाता धारक के बाद अपना अधिकार ले” वाले व्यक्ति होते हैं, लेकिन कानूनी विरासतदार (legal heirs) अलग हो सकते हैं। नई सुविधा से नामिनी अधिक गहराई से काम करेगा। mint
सवाल 13: अगर नामिनी सब मृत्यु-पूर्व हो जाएँ पहले खाता धारक के बाद?
- यदि सक्सेसिव नामिनी चुने गए हैं, तो अगला नामिनी सक्रिय हो जाएगा। यदि सिमल्टेनियस नामिनी चुने गए हैं, नामिनी सूची में तौर-तरीका बैंक द्वारा निर्धारित होगा। बैंक नियम/फॉर्म में विवरण देगा।
सवाल 14: यह सुविधा locker/safe-custody पर कैसे लागू होती है?
- लॉकर और सुरक्षित रखरखाव में केवल सक्सेसिव नामिनी की अनुमति है — एक साथ चार नामिनी नहीं। Angel One
सवाल 15: क्या यह सुविधा NRI खातों पर भी लागू होगी?
- नियम बैंक खाते व जमा सबको प्रभावित करता है, लेकिन NRI खातों के लिए बैंक-नियम विशेष हो सकते हैं। अपने बैंक से विशिष्ट जानकारियाँ लें।
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