आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी की दुनिया में तेजी से बदलाव आ रहे हैं। मेटा, गूगल और बाइटडांस जैसी दिग्गज कंपनियों ने 2025 में वीडियो AI टूल्स लॉन्च किए हैं, जिससे सोशल मीडिया, शॉर्ट वीडियो फीड और ऑनलाइन क्रिएशन इंडस्ट्री में नए आयाम जुड़े हैं। हालांकि, इसके साथ ही डिपफेक (फेक वीडियो/इमेज) का खतरा भी कई गुना बढ़ गया है।
AI Video Tool Must Important Update Must Know 2025: Overviews
| आर्टिकल का प्रकार | AI Video Tool Must Important Update Must Know |
| आर्टिकल का नाम | AI Video Tool Must Important Update Must Know Today |
| आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
| Benefits | AI Video Tool Must Important Update Must Know Today New Update |
| Departments | Chatgpt |
| ऑफिसियल वेब्साइट | Click Here |
AI Video Tool Must Important Update Must Know
भविष्य की टेक्नोलॉजी – AI वीडियो टूल्स, डिपफेक खतरा व पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म की पूरी जानकारी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी की दुनिया में तेजी से बदलाव आ रहे हैं। मेटा, गूगल और बाइटडांस जैसी दिग्गज कंपनियों ने 2025 में वीडियो AI टूल्स लॉन्च किए हैं, जिससे सोशल मीडिया, शॉर्ट वीडियो फीड और ऑनलाइन क्रिएशन इंडस्ट्री में नए आयाम जुड़े हैं। हालांकि, इसके साथ ही डिपफेक (फेक वीडियो/इमेज) का खतरा भी कई गुना बढ़ गया है।
1. क्या है AI वीडियो टूल्स का ट्रेंड?
2025 में AI शॉर्ट-फॉर्म वीडियो टूल्स ने वायरल वीडियोज, म्यूजिक और रचनात्मक पोस्ट में नया धमाल मचा दिया है। अब टेक्स्ट या इमेज दे कर भी यूज़र AI की मदद से अपना वर्चुअल अवतार या रियलिस्टिक वीडियो बना सकता है। इसका सबसे चर्चित उदाहरण Actor टॉम क्रूज जैसे दिखने वाले AI अवतार का वीडियो है, जो वायरल हुआ था।
2. डिपफेक के खतरे – 16 गुना अधिक आशंका!
AI टूल्स के आने से डिपफेक वीडियो और फोटो की वास्तविकता इतनी अधिक हो गई है कि आम लोग भी आसानी से अंदाजा नहीं लगा सकते कि वह फेक है या असली। एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाया है कि 2025 में डिपफेक की संख्या 5 लाख से बढ़कर 80 लाख से ऊपर पहुँच सकती है – जो कि 16 गुना अधिक है।
3. ये तीन कंपनियां हैं सबसे आगे
1. Vibes (Meta):
- Meta का एआई शॉर्ट-फॉर्म वीडियो फीड।
- 17 अक्टूबर 2025 तक 27 लाख एक्टिव यूज़र।
- एक माह पहले 775,000 थे। डाउनलोड्स अब 5 लाख प्रतिदिन तक बढ़ गए हैं।
2. Veo 3 (Google):
- मई 2025 में लॉन्च हुआ टूल।
- टेक्स्ट और इमेज से वीडियो जनरेट के लिए।
- अक्टूबर 2025 से 27.5 करोड़ वीडियो जनरेट हो चुके हैं।
3. Seedance 1.0 (ByteDance):
- जून 2025 में लॉन्च।
- विभिन्न मामलों में चीन में काफी पॉपुलर।
- भारत में अभी उपलब्ध नहीं, लेकिन टेक्नोलॉजी ट्रेंड का हिस्सा।
4. पॉडकास्ट का ट्रेंड
टेक्नोलॉजी की खबरें अब पॉडकास्ट के ज़रिए भी पहुंचने लगी हैं। रोजाना लाखों लोग टेक न्यूज को QR कोड स्कैन कर मोबाइल पर सुन रहे हैं।
यह न केवल जानकारियों की पहुंच बढ़ा रहा है, बल्कि यूज़र एक्सपीरियंस को भी समृद्ध कर रहा है।
5. फेक वीडियो और फ्रॉड की चुनौती
- रियलिस्टिक डिपफेक के खिलाफ कंपनियां लगातार वॉटरमार्क, वेरिफिकेशन और एडवांस AI मॉडल पर काम कर रही हैं।
- 2023 में AI वीडियो फ्रॉड के कारण 12.3 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
- रिपोर्ट्स के अनुसार 2027 तक यह नुकसान 40 अरब डॉलर तक पहुँच सकता है।