आज के डिजिटल युग में टाइपिंग और कंटेंट क्रिएशन दोनों ही पहले से कहीं ज़्यादा तेज़, स्मार्ट और तकनीकी हो गए हैं।
गूगल और एडोबी दोनों कंपनियाँ अब उपयोगकर्ताओं के अनुभव को और बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही हैं।
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| आर्टिकल का प्रकार | Apple Mobile & Microsoft New Most Important Update Today |
| आर्टिकल का नाम | 🍏 Apple का Self Service Repair Program और Microsoft का नया Bluetooth Audio फीचर — अब टेक्नोलॉजी हुई और स्मार्ट |
| आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
| Benefits | Apple Mobile & Microsoft New Most Important Update Today |
| Departments | Adobe Max & Jioboard |
| ऑफिसियल वेब्साइट | Click Here |
🍏 Apple का Self Service Repair Program और Microsoft का नया Bluetooth Audio फीचर — अब टेक्नोलॉजी हुई और स्मार्ट
🍏 Apple का Self Service Repair Program और Microsoft का नया Bluetooth Audio फीचर — अब टेक्नोलॉजी हुई और स्मार्ट
आज की डिजिटल दुनिया में उपभोक्ता सिर्फ डिवाइस इस्तेमाल नहीं करना चाहता, बल्कि उसे समझना और खुद सुधारना भी चाहता है।
Apple और Microsoft — दुनिया की दो सबसे बड़ी टेक कंपनियाँ — अब इसी दिशा में नए कदम उठा रही हैं।
Apple ने अपने Self Service Repair Program को और विस्तार दिया है, जबकि Microsoft ने Windows 11 में एक नया फीचर जोड़ा है जिससे अब दो Bluetooth डिवाइस पर एक साथ ऑडियो चलाना संभव होगा।
आइए जानते हैं कि ये दोनों अपडेट्स आपके डिजिटल अनुभव को कैसे और बेहतर बनाने वाले हैं।
🔹 Apple का Self Service Repair Program – अब और व्यापक
Apple ने घोषणा की है कि उसका प्रसिद्ध Self Service Repair Program अब और अधिक डिवाइसेज़ तक पहुँचा दिया गया है।
अब उपयोगकर्ता iPhone 17, iPhone 17 Plus, iPhone 17 Pro, और iPhone 17 Pro Max जैसे नवीनतम मॉडलों की मरम्मत खुद कर सकेंगे।
यह कार्यक्रम 2022 में शुरू हुआ था, और शुरुआत में यह केवल iPhone 12 और 13 सीरीज तथा कुछ MacBooks तक सीमित था।
लेकिन अब Apple ने इस योजना को अपने नवीनतम iPhone 17 सीरीज तक बढ़ा दिया है।
🔹 क्या है Self Service Repair Program?
Apple का यह प्रोग्राम उन लोगों के लिए है जो अपने iPhone या MacBook की छोटी-मोटी खराबियों को खुद ठीक करना चाहते हैं।
Apple इस प्रोग्राम के तहत:
- असली (Genuine) स्पेयर पार्ट्स,
- आधिकारिक रिपेयर गाइड,
- और विशेष टूल्स (Repair Kits)
सीधे उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराता है।
इसका मतलब यह हुआ कि अब यूज़र को किसी थर्ड-पार्टी सर्विस सेंटर या लोकल टेक्नीशियन के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
🔹 कौन-कौन से पार्ट्स खुद रिपेयर किए जा सकते हैं?
Apple के अनुसार, अब उपयोगकर्ता निम्नलिखित हिस्सों की मरम्मत स्वयं कर सकते हैं:
| पार्ट | रिपेयर करने की अनुमति |
|---|---|
| डिस्प्ले स्क्रीन | ✅ |
| बैटरी | ✅ |
| कैमरा मॉड्यूल | ✅ |
| स्पीकर | ✅ |
| Taptic Engine | ✅ |
| चार्जिंग पोर्ट | ✅ |
| बैक ग्लास पैनल | ✅ |
Apple के सर्विस पोर्टल से यह सभी पार्ट्स ऑनलाइन ऑर्डर किए जा सकते हैं।
🔹 Self Repair करने की प्रक्रिया
Apple ने इस प्रक्रिया को बेहद सरल बनाया है:
- Apple Self Service Repair Store वेबसाइट पर जाएँ।
- अपने iPhone का मॉडल चुनें।
- जिस पार्ट को बदलना है, उसे सिलेक्ट करें।
- गाइड डाउनलोड करें और रिपेयर किट ऑर्डर करें।
- रिपेयर पूरा करने के बाद पुराने पार्ट को वापस Apple को भेजें।
Apple बदले में पुराने पार्ट का कुछ “रिफंड वैल्यू” भी देता है।
🔹 Apple की सोच – “Right to Repair”
Apple का यह कदम “Right to Repair Movement” की दिशा में एक बड़ा बदलाव है।
दुनियाभर में उपभोक्ता मांग कर रहे थे कि उन्हें अपने खरीदे गए उत्पादों की मरम्मत करने का अधिकार मिलना चाहिए।
Apple ने यह सुनकर 2022 में इस प्रोग्राम की शुरुआत की थी, और अब इसे लगातार बढ़ाया जा रहा है।
🔹 किन देशों में उपलब्ध है?
फिलहाल यह सुविधा अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, और इटली जैसे देशों में उपलब्ध है।
भारत में इसे अभी आधिकारिक रूप से शुरू नहीं किया गया है,
लेकिन 2026 तक इसे एशिया में भी लागू किए जाने की संभावना है।
🔹 Apple के Self Repair Program के फायदे
| लाभ | विवरण |
|---|---|
| पारदर्शिता | यूज़र खुद मरम्मत कर सकता है, कोई छिपा चार्ज नहीं |
| समय की बचत | सर्विस सेंटर जाने की ज़रूरत नहीं |
| लागत कम | छोटे रिपेयर खुद करने से खर्च घटता है |
| सीखने का मौका | टेक्नोलॉजी को समझने का अनुभव |
| पर्यावरण संरक्षण | पुराने पार्ट्स का पुन: उपयोग |
🔹 लेकिन जोखिम भी हैं…
जहाँ फायदे हैं, वहीं कुछ सीमाएँ भी हैं।
Apple ने चेतावनी दी है कि अनधिकृत रिपेयर या गलत प्रक्रिया अपनाने से डिवाइस को नुकसान हो सकता है।
इसलिए यह प्रोग्राम खासतौर पर तकनीकी समझ रखने वाले यूज़र्स के लिए डिज़ाइन किया गया है।
Apple ने हर रिपेयर गाइड में “Step-by-Step Safety Instructions” दी हैं ताकि डिवाइस को कोई हानि न हो।
🔹 Microsoft ने भी पेश किया नया धमाका — “Dual Bluetooth Audio”
Apple के इस कदम के साथ-साथ Microsoft ने भी Windows 11 के यूज़र्स के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है।
अब Windows 11 में एक नया Bluetooth फीचर जोड़ा गया है, जिससे यूज़र एक साथ दो डिवाइसेज़ पर ऑडियो चला सकता है।
🔹 इसका मतलब क्या है?
अब आप अपने लैपटॉप या कंप्यूटर से एक साथ दो अलग-अलग Bluetooth हेडफ़ोन या स्पीकर कनेक्ट कर सकते हैं — और दोनों पर एक ही समय पर म्यूज़िक सुन सकते हैं।
उदाहरण के लिए:
- आप और आपका दोस्त एक ही फिल्म देखना चाहते हैं,
तो अब दोनों अपने-अपने Bluetooth हेडफ़ोन लगाकर वही आवाज़ सुन सकते हैं।
यह सुविधा पहले केवल Samsung Galaxy और कुछ Android फोनों में थी, लेकिन अब Windows में भी आ गई है।
🔹 Dual Bluetooth Audio कैसे चालू करें?
- अपने लैपटॉप में Bluetooth Settings खोलें।
- पहले Bluetooth हेडफ़ोन कनेक्ट करें।
- अब दूसरा हेडफ़ोन या स्पीकर जोड़ें।
- “Audio Output” में दोनों डिवाइस चुनें।
- सिस्टम अपने आप आवाज़ दोनों पर ट्रांसमिट करेगा।
Microsoft ने इस फीचर को “Multi-Stream Audio” नाम दिया है।
🔹 Windows 11 का नया Bluetooth स्टैक
Microsoft ने अपने Bluetooth Stack को पूरी तरह से नया रूप दिया है।
अब यह Low-Energy Audio Codec (LE Audio) को सपोर्ट करता है।
इससे:
- ऑडियो क्वालिटी बेहतर होगी,
- बैटरी की खपत कम होगी,
- और लेटेंसी (देरी) लगभग समाप्त हो जाएगी।
यानि गेमर्स और वीडियो एडिटर्स को अब और भी स्मूद अनुभव मिलेगा।
🔹 Windows 11 में अन्य अपडेट्स
Dual Bluetooth Audio के अलावा Microsoft ने कई छोटे लेकिन महत्वपूर्ण बदलाव भी किए हैं:
| अपडेट | विवरण |
|---|---|
| AI Voice Isolation | कॉल में बैकग्राउंड शोर अपने आप कम |
| Adaptive Volume Control | हर ऐप के लिए अलग साउंड लेवल |
| Enhanced Audio Sharing | Teams और Zoom कॉल्स में साझा ऑडियो |
| Device Priority Setting | कौन-सा Bluetooth पहले जुड़ेगा, यह आप तय करें |
🔹 कौन-से डिवाइस सपोर्ट करेंगे?
नया फीचर फिलहाल Surface Laptop 5, Surface Pro 9, और Windows 11 Build 24H2 वाले सिस्टम पर उपलब्ध है।
2026 तक Microsoft इसे सभी Windows 11 डिवाइसों पर जारी कर देगा।
🔹 Apple vs Microsoft – टेक्नोलॉजी की दो सोच
| पहलू | Apple | Microsoft |
|---|---|---|
| Self Service | यूज़र खुद डिवाइस रिपेयर करे | सिस्टम खुद यूज़र की जरूरत समझे |
| उपयोगकर्ता अनुभव | नियंत्रित और सुरक्षित | खुला और कस्टमाइज़ेबल |
| नवाचार | हार्डवेयर केंद्रित | सॉफ्टवेयर केंद्रित |
| लक्ष्य | स्थिरता और भरोसा | स्वतंत्रता और सुविधा |
दोनों कंपनियों का मकसद एक ही है —
“यूज़र को अपने डिवाइस पर अधिक नियंत्रण देना।”
🔹 तकनीकी दृष्टिकोण से इसका महत्व
Apple का Self Repair Program एक “इको-फ्रेंडली इनोवेशन” है — यह इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट को घटाता है।
वहीं Microsoft का Dual Bluetooth फीचर “यूज़र एक्सपीरियंस इनोवेशन” है — यह सुविधा और आनंद दोनों बढ़ाता है।
दोनों मिलकर यह दिखाते हैं कि भविष्य की टेक्नोलॉजी न केवल स्मार्ट होगी, बल्कि इंसान की जरूरतों के और करीब भी।
🔹 यूज़र्स की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर यूज़र्स ने दोनों अपडेट्स को लेकर उत्साह दिखाया है।
Apple यूज़र राहुल कुमार (दिल्ली) कहते हैं:
“अब हम खुद बैटरी या डिस्प्ले बदल पाएंगे, सर्विस सेंटर जाने की झंझट खत्म।”
Windows यूज़र सीमा अग्रवाल (लखनऊ) का कहना है:
“दो हेडफ़ोन में एक साथ म्यूज़िक चलना शानदार फीचर है, अब मूवी नाइट्स और मज़ेदार होंगी।”
🔹 भविष्य की झलक
तकनीकी विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले वर्षों में:
- हर डिवाइस में Self Diagnosis फीचर होगा,
- Bluetooth 6.0 और LE Audio नया स्टैंडर्ड बन जाएगा,
- और यूज़र खुद अपनी तकनीक का “डॉक्टर” बन जाएगा।