भारत सरकार द्वारा जारी किया गया आधार कार्ड (Aadhaar Card) आज हर नागरिक की पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। जन्म से लेकर बुज़ुर्ग अवस्था तक, जीवन के हर चरण में आधार कार्ड की आवश्यकता होती है — चाहे बैंक खाता खुलवाना हो, स्कूल में प्रवेश लेना हो, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना हो या फिर मोबाइल सिम लेना हो।
Adhar Bio Matric Update for Child New Update
| आर्टिकल का प्रकार | बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट क्यों और कब ज़रूरी है? पूरी जानकारी हिंदी में |
| आर्टिकल का नाम | Adhar Bio Matric Update for Child New Update |
| आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
| Benefits | बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट क्यों और कब ज़रूरी है? पूरी जानकारी हिंदी में |
| Departments | Adhar |
| ऑफिसियल वेब्साइट | Click Here |
बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट क्यों और कब ज़रूरी है? पूरी जानकारी हिंदी में
Adhar Biometric Update for Child – New Update
भारत सरकार द्वारा जारी किया गया आधार कार्ड (Aadhaar Card) आज हर नागरिक की पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। जन्म से लेकर बुज़ुर्ग अवस्था तक, जीवन के हर चरण में आधार कार्ड की आवश्यकता होती है — चाहे बैंक खाता खुलवाना हो, स्कूल में प्रवेश लेना हो, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना हो या फिर मोबाइल सिम लेना हो।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों के आधार कार्ड में भी समय-समय पर बायोमेट्रिक अपडेट करवाना ज़रूरी होता है?
अगर आपका बच्चा 5 साल या 15 साल का हो गया है, तो आपको उसके आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट करवाना ही होगा।
UIDAI के अनुसार, यह प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क (Free of Cost) है, यदि यह अपडेट बच्चे की उम्र 5 से 17 वर्ष के बीच में करवाया जाए।
इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे —
- बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट क्या होता है
- यह कब और क्यों आवश्यक है
- अपडेट करवाने की प्रक्रिया क्या है
- कहां और कैसे करें यह कार्य
- किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी
- और इसके क्या लाभ हैं
🔹 आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट क्या है?
आधार कार्ड व्यक्ति की डिजिटल पहचान (Digital Identity) है, जो व्यक्ति के बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय डेटा (Biometric and Demographic Data) पर आधारित होती है।
बायोमेट्रिक डेटा में शामिल होते हैं:
- फिंगरप्रिंट (Fingerprints)
- आंखों की रेटिना स्कैन (Iris Scan)
- चेहरा पहचान (Facial Photograph)
जब बच्चे का जन्म होता है, तब उसके लिए भी आधार कार्ड बनाया जा सकता है। लेकिन उस समय बच्चे के बायोमेट्रिक डाटा (जैसे फिंगरप्रिंट और आइरिस स्कैन) नहीं लिए जाते, क्योंकि बचपन में यह लगातार बदलते रहते हैं।
इसी कारण UIDAI ने निर्देश दिया है कि बच्चे के आधार कार्ड में दो बार बायोमेट्रिक अपडेट ज़रूरी है:
- पहला अपडेट — जब बच्चा 5 साल का हो जाए
- दूसरा अपडेट — जब बच्चा 15 साल का हो जाए
🔹 बायोमेट्रिक अपडेट क्यों ज़रूरी है?
बच्चों के शरीर में बढ़ते उम्र के साथ बहुत परिवर्तन होते हैं। 5 साल की उम्र तक उनका चेहरा, फिंगरप्रिंट और आंखों की बनावट स्थिर नहीं होती। इसलिए यदि प्रारंभिक आधार कार्ड बिना बायोमेट्रिक के बना है, तो भविष्य में पहचान संबंधी त्रुटियाँ हो सकती हैं।
बायोमेट्रिक अपडेट करवाने के फायदे:
✅ बच्चे की पहचान सटीक और अद्यतन रहती है
✅ सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में कोई अड़चन नहीं आती
✅ स्कूल, कॉलेज या अन्य दस्तावेज़ों में एकरूपता बनी रहती है
✅ भविष्य में किसी भी प्रकार की पहचान संबंधी समस्या नहीं आती
🔹 बायोमेट्रिक अपडेट कब करवाना होता है?
UIDAI के अनुसार:
- पहला अपडेट: बच्चे के 5 वर्ष पूरे होने के बाद
- दूसरा अपडेट: बच्चे के 15 वर्ष पूरे होने के बाद
इन दोनों अपडेट्स को करवाना अनिवार्य (Mandatory) है।
🔸 महत्वपूर्ण: यह सेवा 5 से 17 वर्ष की आयु के बीच निःशुल्क (Free of Cost) उपलब्ध है।
🔸 यह ऑफर 30 सितंबर 2026 तक वैध है।
🔹 अपडेट करवाने की प्रक्रिया (Step-by-Step Process)
अगर आपका बच्चा 5 या 15 वर्ष की आयु में है, तो आधार में बायोमेट्रिक अपडेट करवाने की प्रक्रिया बहुत सरल है।
चरण 1: नज़दीकी आधार केंद्र खोजें
आप UIDAI की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाकर अपने नजदीकी Aadhaar Seva Kendra (ASK) या नामांकन केंद्र खोज सकते हैं।
इसके लिए आप इस QR कोड को स्कैन भी कर सकते हैं (जैसा कि पोस्टर में दिया गया है)।
चरण 2: आवश्यक दस्तावेज़ साथ रखें
- बच्चे का आधार कार्ड
- माता या पिता का आधार कार्ड
- जन्म प्रमाणपत्र / स्कूल आईडी / अन्य पहचान दस्तावेज़
चरण 3: आधार केंद्र पर जाएं
बच्चे को साथ लेकर आधार केंद्र जाएं, ताकि उसका फिंगरप्रिंट, फोटो और आइरिस स्कैन लिया जा सके।
चरण 4: बायोमेट्रिक अपडेट प्रक्रिया पूरी करें
Aadhaar Operator बच्चे के बायोमेट्रिक डाटा को अपडेट करेगा और जानकारी की पुष्टि करेगा।
चरण 5: रसीद प्राप्त करें
प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको एक अपडेट स्लिप या रसीद दी जाएगी, जिसमें URN नंबर होगा।
इससे आप ऑनलाइन अपने अपडेट की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।
🔹 शुल्क (Fees)
UIDAI ने घोषणा की है कि
बच्चों के लिए बायोमेट्रिक अपडेट फ्री ऑफ कॉस्ट (Free of Cost) रहेगा,
यदि यह प्रक्रिया 5 से 17 वर्ष की आयु के बीच की जाए।
यह छूट 30 सितंबर 2026 तक लागू रहेगी।
यदि इस अवधि के बाद या अन्य कारणों से अपडेट करवाया जाता है, तो सामान्य शुल्क (₹50–₹100) लागू हो सकता है।
🔹 कहां करें बायोमेट्रिक अपडेट?
आप बायोमेट्रिक अपडेट निम्न स्थानों पर करवा सकते हैं:
- Aadhaar Seva Kendra (ASK)
- बैंक / डाकघर / CSC केंद्र जो UIDAI से अधिकृत हैं
- राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नामांकन केंद्र
UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट https://uidai.gov.in पर जाकर भी आप अपने नजदीकी केंद्र की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
🔹 अपडेट के बाद नया आधार कार्ड कब मिलेगा?
सफलतापूर्वक अपडेट होने के बाद UIDAI द्वारा नई जानकारी वेरिफाई की जाती है।
सामान्यतः 5 से 10 कार्य दिवसों में अपडेट पूरा हो जाता है।
आप अपडेट स्टेटस इस प्रकार देख सकते हैं:
- https://myaadhaar.uidai.gov.in पर जाएं
- “Check Aadhaar Update Status” पर क्लिक करें
- रसीद में दिया गया URN नंबर दर्ज करें
- आपको ऑनलाइन स्थिति दिखाई देगी
🔹 बच्चों के आधार कार्ड से जुड़ी अन्य उपयोगी जानकारियां
- यदि बच्चे का नाम या पता बदला गया है, तो वह भी आधार में अपडेट कराया जा सकता है।
- माता या पिता के आधार नंबर को बच्चे के आधार से लिंक रखना आवश्यक है।
- 15 वर्ष की आयु के बाद जब बच्चा बालिग हो जाता है, तो उसका आधार पूरी तरह स्वयं के नाम से वैध होता है।
- UIDAI समय-समय पर मुफ्त अपडेट कैंपेन भी चलाता है, जिनमें भाग लेकर लोग अपने विवरण को निःशुल्क अपडेट कर सकते हैं।
🔹 बायोमेट्रिक अपडेट न करवाने पर क्या होगा?
यदि आपने समय पर बच्चे का बायोमेट्रिक अपडेट नहीं करवाया, तो कई तरह की परेशानियाँ हो सकती हैं:
❌ सरकारी योजनाओं या सब्सिडी का लाभ रुक सकता है
❌ स्कूल या कॉलेज में पहचान संबंधी समस्या हो सकती है
❌ बैंक खाते या डिजिटल सेवाओं में आधार से जुड़ाव बाधित हो सकता है
❌ भविष्य में किसी भी सरकारी दस्तावेज़ के सत्यापन में समस्या आ सकती है
इसलिए UIDAI की गाइडलाइन के अनुसार, हर माता-पिता को यह अपडेट समय पर करवाना ही चाहिए।
🔹 जागरूकता का उद्देश्य
UIDAI ने यह अभियान इसलिए शुरू किया है ताकि देशभर में माता-पिता यह समझें कि बच्चों का आधार केवल पहचान पत्र नहीं, बल्कि भविष्य की कई सरकारी सुविधाओं की नींव है।
इसलिए इस पहल को “#MBU – Mandatory Biometric Update” के नाम से प्रचारित किया जा रहा है, ताकि 2026 तक सभी बच्चों के आधार अद्यतन हो जाएं।