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मेटा का नया ‘सेफ्टी शील्ड’ यूज़र्स की डिजिटल सुरक्षा के लिए बड़ा कदम | Meta Launched Safety Shild New Features

ऑनलाइन ठगी और साइबर फ्रॉड के मामलों में लगातार बढ़ोतरी के बीच, सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा (Meta) ने अपने यूज़र्स की सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने एक नया ‘सेफ्टी शील्ड (Safety Shield)’ फीचर पेश किया है, जो खासकर व्हाट्सऐप और मैसेंजर यूज़र्स की सुरक्षा को मजबूत बनाने पर केंद्रित है। इस फीचर का उद्देश्य अनजान लोगों से स्क्रीन शेयरिंग, फिशिंग और डिजिटल धोखाधड़ी के मामलों को रोकना है।

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आर्टिकल का प्रकारMeta Launched Safety Shild New Features
आर्टिकल का नामMeta Launched Safety Shild New Features Must Know
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन
BenefitsMeta Launched Safety Shild New Features Today
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🔒 क्यों ज़रूरी था यह अपडेट?

भारत जैसे देशों में जहां डिजिटल पेमेंट्स, UPI और सोशल मीडिया का तेजी से प्रसार हुआ है, वहीं साइबर अपराधियों ने भी नई तकनीकों का सहारा लेकर ठगी के नए रास्ते खोल लिए हैं।

  • पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन बैंकिंग और पेमेंट फ्रॉड से जुड़े मामलों में तेज़ी आई है।
  • कई ठग स्क्रीन शेयरिंग ऐप्स (जैसे AnyDesk, TeamViewer आदि) का उपयोग कर लोगों के खातों से पैसे उड़ा लेते हैं।
  • ठग खुद को बैंक अधिकारी, कस्टमर केयर एजेंट या सरकारी प्रतिनिधि बताकर लोगों को स्क्रीन शेयर करने के लिए फुसलाते हैं।

ऐसे में मेटा का यह कदम समय की मांग था। कंपनी चाहती है कि जब कोई यूज़र किसी अनजान व्यक्ति के साथ स्क्रीन शेयर करने की कोशिश करे, तो सिस्टम चेतावनी (Warning) जारी करे और ज़रूरत पड़ने पर स्क्रीन शेयरिंग को ऑटोमेटिकली ब्लॉक कर दे।


📱 व्हाट्सऐप और मैसेंजर पर मिलेगी नई सुरक्षा

मेटा का यह नया सेफ्टी फीचर खासतौर पर WhatsApp और Messenger दोनों प्लेटफॉर्म्स पर लागू होगा।
अब अगर कोई यूज़र स्क्रीन शेयर करने की कोशिश करेगा, तो ऐप यह जांचेगा कि सामने वाला व्यक्ति उसके संपर्क सूची (Contacts) में है या नहीं।

  • अगर वह व्यक्ति अनजान है, तो यूज़र को सुरक्षा अलर्ट (Security Alert) मिलेगा।
  • अलर्ट में लिखा होगा कि “आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ अपनी स्क्रीन साझा करने वाले हैं, जिसे आप नहीं जानते — कृपया सतर्क रहें।”
  • इसके अलावा, यदि सिस्टम को किसी संदिग्ध गतिविधि का आभास होता है, तो स्क्रीन शेयरिंग अपने आप रुक जाएगी।

यह फीचर विशेष रूप से उपयोगी होगा जब यूज़र अपने फोन में बैंकिंग ऐप्स, UPI ट्रांज़ैक्शन स्क्रीन या पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी दिखा रहा हो।


🧠 मेटा का उद्देश्य : डिजिटल ठगी को जड़ से खत्म करना

मेटा ने यह कदम बढ़ते “स्क्रीन शेयरिंग स्कैम्स” को रोकने के लिए उठाया है। हाल ही में भारत समेत कई देशों में ऐसे केस सामने आए, जिनमें लोगों ने अपनी स्क्रीन अनजान लोगों के साथ साझा की और मिनटों में उनके खाते खाली हो गए।

मेटा का कहना है कि इस नए टूल के ज़रिए वह डिजिटल दुनिया में एक नई सुरक्षा परत जोड़ना चाहता है।
कंपनी ने दावा किया है कि इस फीचर के आने के बाद

  • ठगों को स्क्रीन रिकॉर्ड या स्क्रीन शेयर कर संवेदनशील जानकारी चुराने में कठिनाई होगी,
  • और यूज़र्स को अपने डिवाइस पर नियंत्रण बनाए रखने में मदद मिलेगी।

⚠️ ज़रूरी ‘सेफ्टी मंत्र’ जो हर यूज़र को याद रखने चाहिए

मेटा ने अपने नए सेफ्टी अपडेट के साथ कुछ अहम सुरक्षा सुझाव (Safety Tips) भी साझा किए हैं —

  1. कभी भी किसी अनजान व्यक्ति के साथ स्क्रीन शेयर न करें।
  2. OTP, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड किसी के साथ भी साझा न करें।
  3. किसी संदिग्ध कॉल या संदेश की तुरंत रिपोर्ट करें।
  4. अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें, क्योंकि ये फिशिंग साइट्स हो सकती हैं।
  5. डिवाइस में हमेशा नवीनतम सिक्योरिटी अपडेट इंस्टॉल रखें।

🧩 डिजिटल सुरक्षा की नई परत

मेटा का मानना है कि आज के समय में केवल पासवर्ड और OTP से सुरक्षा पूरी नहीं होती।
यूज़र्स को अपनी डिजिटल पहचान की रक्षा के लिए मल्टी-लेयर सिक्योरिटी अपनानी होगी।

इसलिए, अब WhatsApp और Messenger पर यह सेफ्टी शील्ड एक अतिरिक्त सुरक्षा कवच के रूप में काम करेगा।
यह न केवल स्क्रीन शेयरिंग पर नज़र रखेगा, बल्कि संदिग्ध गतिविधियों की पहचान कर उन्हें रोकने में भी मदद करेगा।

कंपनी का दावा है कि यह फीचर आने वाले हफ्तों में वैश्विक स्तर पर धीरे-धीरे रोलआउट किया जाएगा। भारत जैसे बड़े बाजार में इसे प्राथमिकता के साथ लागू किया जा रहा है।


🧾 डिजिटल फ्रॉड से बचने के लिए कुछ सरल उपाय

  1. अनजान कॉल्स और मैसेज से सतर्क रहें।
    ठग अक्सर बैंक या सरकारी विभाग का नाम लेकर कॉल करते हैं।
  2. कभी भी स्क्रीन शेयर ऐप्स इंस्टॉल न करें जब तक कि आप सामने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह से न जानते हों।
  3. सोशल मीडिया पर OTP या बैंकिंग जानकारी साझा न करें।
  4. WhatsApp पर दो-स्तरीय सुरक्षा (Two-Step Verification) को सक्रिय रखें।
  5. किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी वैधता की जांच करें।

🌐 मेटा के अनुसार, यूज़र्स की सुरक्षा सर्वोपरि

मेटा ने अपने बयान में कहा —

“हमारा मकसद केवल सोशल कनेक्शन नहीं, बल्कि डिजिटल सुरक्षा को भी प्राथमिकता देना है।
नए सेफ्टी शील्ड फीचर से यूज़र्स को अपने डेटा और प्राइवेसी पर अधिक नियंत्रण मिलेगा।”

कंपनी ने यह भी बताया कि आने वाले समय में मेटा AI आधारित सुरक्षा टूल्स भी लॉन्च करेगा, जो संदिग्ध खातों, फेक प्रोफाइल्स और फिशिंग लिंक्स को स्वतः पहचान सकेंगे।


🪄 विशेषज्ञों की राय

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि मेटा का यह कदम वाकई में एक प्रिवेंटिव मेजर (Preventive Measure) है।
यह लोगों को ठगी का शिकार होने से पहले चेतावनी देगा।
हालांकि, विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि कोई भी तकनीक तभी प्रभावी होती है जब यूज़र खुद भी सावधान रहें।

“तकनीक सुरक्षा दे सकती है, लेकिन सतर्कता ही सबसे बड़ा कवच है।”
— साइबर एक्सपर्ट्स का यही मानना है।

Meta Launched Safety Shild New Update

🔹 Meta Safety Shield FAQ – डिजिटल सुरक्षा के लिए नया कदम

Q1. मेटा का ‘सेफ्टी शील्ड’ क्या है?
➡️ ‘सेफ्टी शील्ड’ मेटा द्वारा लॉन्च किया गया एक नया सुरक्षा फीचर है जो फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप यूज़र्स को ऑनलाइन ठगी, स्कैम और अनजान लोगों से बचाने के लिए बनाया गया है।


Q2. यह फीचर कब से लागू होगा?
➡️ मेटा ने इस फीचर को चरणबद्ध तरीके से लॉन्च करना शुरू कर दिया है। आने वाले हफ्तों में यह सभी यूज़र्स के लिए उपलब्ध होगा।


Q3. इस फीचर का उद्देश्य क्या है?
➡️ इसका मुख्य उद्देश्य यूज़र्स की डिजिटल प्राइवेसी और सुरक्षा बढ़ाना है। अब यूज़र अपने अकाउंट से स्क्रीन शेयरिंग, अनजान लिंक, और संवेदनशील मैसेज को बेहतर तरीके से नियंत्रित कर पाएंगे।


Q4. ‘सेफ्टी शील्ड’ से क्या लाभ मिलेगा?
✅ अज्ञात व्यक्तियों से स्क्रीन शेयर पर रोक।
✅ स्कैम और फिशिंग लिंक की पहचान और चेतावनी।
✅ बैंकिंग डिटेल्स या OTP साझा करने से पहले सुरक्षा अलर्ट।
✅ रिपोर्ट और ब्लॉकिंग सिस्टम और मजबूत होगा।


Q5. क्या यह फीचर व्हाट्सएप पर भी काम करेगा?
➡️ हाँ, मेटा ने बताया है कि यह फीचर फेसबुक मैसेंजर और व्हाट्सएप दोनों पर लागू किया जाएगा। खासकर व्हाट्सएप पर स्क्रीन शेयर के दौरान यह सुरक्षा शील्ड सक्रिय रहेगा।


Q6. यूज़र्स को इस फीचर को ऑन करने के लिए क्या करना होगा?
➡️ यह फीचर डिफॉल्ट रूप से सक्रिय रहेगा, लेकिन यूज़र अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स में जाकर इसे कस्टमाइज़ कर सकते हैं।


Q7. क्या यह फीचर एंड्रॉइड और iOS दोनों पर उपलब्ध होगा?
➡️ हाँ, मेटा ने पुष्टि की है कि यह फीचर एंड्रॉइड और iOS दोनों यूज़र्स के लिए समान रूप से जारी किया जाएगा।


Q8. मेटा ‘सेफ्टी शील्ड’ किस प्रकार के यूज़र्स के लिए सबसे उपयोगी है?
➡️ यह फीचर विशेष रूप से उन यूज़र्स के लिए लाभकारी है जो सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से बातचीत करते हैं या लिंक शेयर करते हैं — जैसे बिजनेस अकाउंट, क्रिएटर्स, और पब्लिक फिगर।


Q9. क्या इससे ऑनलाइन फ्रॉड पूरी तरह खत्म हो जाएगा?
➡️ नहीं, लेकिन यह फीचर ऑनलाइन ठगी की संभावना को काफी हद तक कम करेगा और यूज़र्स को सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करेगा।


Q10. अगर किसी यूज़र को स्कैम या फ्रॉड का सामना करना पड़े तो क्या करें?
➡️ तुरंत “Report” और “Block” करें तथा मेटा की हेल्पलाइन या ऑनलाइन रिपोर्टिंग सिस्टम का उपयोग करें।

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