अब से मोबाइल फोन पर कॉल करने वाले का नाम स्क्रीन पर दिखाई देगा। यह सुविधा भारत सरकार और टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) द्वारा लागू की जाएगी, जिसे 31 मार्च 2026 से पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा। पहले इसका परीक्षण हरियाणा में किया गया था, जो सफल रहा। अब, TRAI ने सभी टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं को निर्देश दिए हैं कि वे इस सिस्टम को दो वर्षों के भीतर पूरे भारत में लागू करें।
31 मार्च से मोबाइल फोन पर कॉलर की पहचान दिखेगी
| आर्टिकल का प्रकार | Mobile Calling Big & Important New Update |
| आर्टिकल का नाम | Mobile Calling Big & Important New Update 2025 |
| आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
| Benefits | 31 मार्च से मोबाइल फोन पर कॉलर की पहचान दिखेगी |
| Departments | Chatgpt |
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31 मार्च से मोबाइल फोन पर कॉलर की पहचान दिखेगी
न31 मार्च से मोबाइल फोन पर कॉलर की पहचान दिखेगी: मोबाइल कॉलिंग में बड़ा और महत्वपूर्ण अपडेट
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर 2025 – भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने मोबाइल कॉलिंग में एक बड़ा और महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया है। अब से 31 मार्च 2026 से, सभी मोबाइल फोन पर कॉल करने वाले का नाम सीधे प्राप्तकर्ता की स्क्रीन पर दिखाई देगा। इस नए अपडेट से कॉलर पहचान प्रणाली में एक क्रांतिकारी बदलाव आने वाला है। यह कदम स्पैम कॉल्स और धोखाधड़ी कॉल्स पर काबू पाने के लिए उठाया गया है और यह उपभोक्ताओं को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक कॉलिंग अनुभव प्रदान करेगा।
इस लेख में हम इस नए कॉलर आईडी फीचर के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसके फायदे, और यह आपके मोबाइल कॉलिंग अनुभव को कैसे बेहतर बनाएगा।
कॉलर पहचान क्या है?
कॉलर पहचान एक प्रणाली है, जिसके माध्यम से कॉल करने वाले व्यक्ति का नाम, नंबर, और कभी-कभी उनकी लोकेशन भी प्राप्तकर्ता की स्क्रीन पर दिखाई देती है। वर्तमान में, कॉल करने वाले का सिर्फ नंबर दिखाई देता है, और यदि वह नंबर संपर्क सूची में नहीं है, तो प्राप्तकर्ता को कॉल उठाने में संकोच हो सकता है, खासकर यदि वह कॉल स्पैम या धोखाधड़ी कॉल हो। इस नए सिस्टम से यह समस्या हल हो जाएगी क्योंकि अब नाम और अन्य जानकारी भी प्राप्तकर्ता को सीधे स्क्रीन पर दिखाई देगी।
कॉलर आईडी फीचर का उद्देश्य
स्पैम कॉल्स और टेलीमार्केटिंग कॉल्स की समस्या भारत में एक बड़ी चिंता का विषय बन चुकी है। TRAI द्वारा किए गए इस कदम का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को इस तरह की कॉल्स से बचाना है और साथ ही उन्हें एक सुरक्षित और विश्वसनीय कॉलिंग अनुभव प्रदान करना है।
यह नई कॉलर आईडी प्रणाली इस प्रकार काम करेगी:
- कॉलर का नाम: कॉल करने वाले का नाम स्क्रीन पर दिखेगा, यदि कॉलर ने संपर्क सूची में नाम दर्ज किया है।
- स्पैम कॉल्स की पहचान: कॉल करने वाले का नाम और अन्य जानकारी प्राप्तकर्ता को पता चलने से वह स्पैम कॉल्स को आसानी से पहचान सकेगा।
- धोखाधड़ी कॉल्स पर नियंत्रण: अगर कॉल करने वाला धोखाधड़ी करने वाला है, तो प्राप्तकर्ता को “संदिग्ध कॉल” के रूप में सूचित किया जाएगा।
कॉलर आईडी का नया सिस्टम कैसे काम करेगा?
- संपर्क सूची का उपयोग: जब कोई व्यक्ति कॉल करता है, और अगर उस व्यक्ति का नंबर आपके संपर्क में है, तो उनका नाम आपके मोबाइल स्क्रीन पर दिखाई देगा।
- कॉलर के नाम की पहचान: यदि कॉल करने वाला व्यक्ति किसी संस्था या कंपनी से है, तो उनकी संस्था का नाम स्क्रीन पर दिखेगा।
- स्पैम कॉल्स का पहचान: यदि कॉल करने वाला व्यक्ति एक स्पैम कॉल या टेलीमार्केटिंग कॉल करता है, तो कॉल की पहचान “स्पैम कॉल” के रूप में की जाएगी और आपको सूचित किया जाएगा।
- प्रदाता का नाम और नंबर: यदि कॉल करने वाला कोई सार्वजनिक सेवा या उपभोक्ता सेवा से संबंधित है, तो उनके प्रदाता का नाम और नंबर भी स्क्रीन पर दिखेगा।
TRAI का नया आदेश और 31 मार्च से लागू होने वाला बदलाव
TRAI द्वारा जारी नई गाइडलाइन्स के अनुसार, सभी मोबाइल नेटवर्क प्रदाताओं को इस कॉलर आईडी सिस्टम को 31 मार्च 2026 तक अपने नेटवर्क पर लागू करना होगा। इस प्रणाली के लागू होने से, कॉलर की पहचान हर कॉल पर दिखाई देगी, चाहे वह कॉल किसी व्यक्तिगत नंबर से हो या फिर किसी सेवा से। इसके लिए सभी टेलीकॉम कंपनियों को अपने नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने की आवश्यकता होगी, ताकि सटीक और विश्वसनीय कॉलर आईडी जानकारी प्राप्तकर्ता को समय पर मिल सके।
कॉलर आईडी फीचर के लाभ
- स्पैम कॉल्स से सुरक्षा: कॉल करने वाले का नाम और नंबर दिखने से प्राप्तकर्ता को स्पैम कॉल्स और धोखाधड़ी से बचने में मदद मिलेगी। वह आसानी से पहचान सकेगा कि कॉल महत्वपूर्ण है या नहीं।
- सुरक्षित कॉलिंग अनुभव: उपभोक्ताओं को एक सुरक्षित और विश्वसनीय कॉलिंग अनुभव मिलेगा, क्योंकि उन्हें सभी कॉल्स के बारे में पहले से जानकारी होगी।
- विश्वसनीयता और पारदर्शिता: यह नई प्रणाली कॉलिंग सिस्टम में अधिक पारदर्शिता लाएगी, जिससे उपभोक्ताओं को भरोसा होगा कि वह जिनसे बात कर रहे हैं, वह सही व्यक्ति या संस्था है।
- समय की बचत: अगर कॉल स्पैम है, तो प्राप्तकर्ता कॉल उठाने से पहले ही जान पाएगा कि यह कॉल अप्रत्याशित है। इससे समय की बचत होगी, क्योंकि कॉल उठाने के बाद केवल विज्ञापन या बेकार बातचीत से बचा जा सकेगा।
इस अपडेट से कॉलिंग अनुभव में क्या बदलाव आएंगे?
- नए फीचर्स का उपयोग: 31 मार्च 2026 से कॉल करने वाले का नाम, उनके प्रोफाइल की जानकारी, और उनकी लोकेशन भी कॉल प्राप्त करने वाले को दिखाई दे सकती है।
- टेलीमार्केटिंग कॉल्स की पहचान: यदि कोई टेलीमार्केटिंग कॉल करता है, तो कॉल स्क्रीन पर स्पष्ट रूप से दिखेगा कि यह एक विज्ञापन कॉल है। इससे उपभोक्ता केवल उन कॉल्स को उठाएंगे जो महत्वपूर्ण हैं।
- ट्रांसपेरेंसी: उपभोक्ताओं को कॉलर के बारे में सभी जानकारी मिलने से उन्हें बेहतर निर्णय लेने का अवसर मिलेगा, और वे दुरुपयोग से बचने में सक्षम होंगे।
कॉलर आईडी सिस्टम के संभावित चैलेंज
हालांकि यह अपडेट कॉलिंग अनुभव को बेहतर बनाने के लिए है, लेकिन इसके साथ कुछ चैलेंज भी जुड़ सकते हैं:
- नेटवर्क प्रदाताओं की तैयारियाँ: इस प्रणाली को लागू करने के लिए सभी टेलीकॉम कंपनियों को अपने नेटवर्क की सुसंगतता सुनिश्चित करनी होगी, ताकि कॉलर की जानकारी सटीक रूप से दिख सके।
- स्पैम कॉल्स का बुरे तरीके से पहचाना जाना: कुछ मामलों में, स्पैम कॉल्स की पहचान सही से नहीं हो सकती है। इसके लिए TRAI को बेहतर निगरानी प्रणाली को लागू करना होगा।
- प्राइवेसी मुद्दे: हालांकि यह अपडेट उपयोगकर्ताओं को अधिक पारदर्शिता प्रदान करेगा, लेकिन कुछ लोग अपनी जानकारी को सार्वजनिक नहीं करना चाहेंगे। ऐसे में प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए, यह फीचर लागू किया जाएगा।
निष्कर्ष
31 मार्च 2026 से लागू होने वाला यह नया कॉलर आईडी फीचर मोबाइल फोन की कॉलिंग प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। उपभोक्ताओं को अब कॉल करते समय केवल नंबर नहीं, बल्कि कॉल करने वाले का नाम, संस्था, और स्पैम कॉल की पहचान भी मिल सकेगी। यह TRAI का कदम उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित कॉलिंग अनुभव देने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे स्पैम कॉल्स और धोखाधड़ी कॉल्स पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।
यह नया कॉलर आईडी फीचर निश्चित रूप से उपभोक्ताओं के कॉलिंग अनुभव को बेहतर बनाएगा और उन्हें मोबाइल कॉलिंग में एक नई सुविधा और सुरक्षा प्रदान करेगा।चाही कॉल्स से बचाने के लिए और कदम।
Frequently Asked Questions (FAQ)
1. 31 मार्च 2026 से कॉलर पहचान फीचर कैसे काम करेगा?
31 मार्च 2026 से, जब आप किसी को कॉल करेंगे, तो उनके फोन पर आपका नाम और संपर्क विवरण दिखाई देगा, यदि आप उनके संपर्क सूची में हैं। यदि यह स्पैम कॉल है, तो यह भी स्क्रीन पर दिखाई देगा। इसका उद्देश्य कॉल करने वाले की पहचान को स्पष्ट रूप से दिखाना है।
2. क्या यह फीचर सभी टेलीकॉम नेटवर्क्स पर उपलब्ध होगा?
हां, TRAI के निर्देशों के अनुसार, यह फीचर सभी प्रमुख टेलीकॉम नेटवर्क्स पर उपलब्ध होगा, जिसमें एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया, और जियो शामिल हैं। यह सभी नेटवर्क्स के लिए अनिवार्य होगा।
3. क्या यह फीचर केवल भारत में लागू होगा?
इस समय, TRAI के निर्देशों के तहत यह फीचर केवल भारत में लागू किया जाएगा। हालांकि, अन्य देशों में भी कॉलर आईडी पहचान का उपयोग हो सकता है, लेकिन भारत में यह 2026 तक लागू किया जाएगा।
4. क्या मुझे अपने मोबाइल नंबर को अपडेट करने की आवश्यकता होगी?
नहीं, आपको अपने नंबर को अपडेट करने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह फीचर संपर्क सूची और नाम के आधार पर काम करेगा, यदि आपका नंबर पहले से संपर्क में है तो यह ऑटोमैटिक दिखेगा।
5. क्या यह फीचर मुफ्त है, या इसके लिए कोई शुल्क लिया जाएगा?
यह संपूर्ण फीचर मुफ्त है और इसके लिए उपभोक्ताओं से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह पूरी तरह से TRAI के निर्देशों पर आधारित एक सार्वजनिक सेवा है।
6. क्या मुझे इस फीचर को सक्रिय करने के लिए कुछ करना होगा?
नहीं, आपको इस फीचर को सक्रिय करने के लिए कोई अतिरिक्त कदम नहीं उठाना होगा। 31 मार्च 2026 से यह फीचर ऑटोमेटिक रूप से सभी टेलीकॉम नेटवर्क्स में सक्रिय हो जाएगा और आपके फोन पर दिखने लगेगा।
7. क्या यह फीचर सभी कॉल्स पर लागू होगा?
हां, यह सभी कॉल्स पर लागू होगा, चाहे वह व्यक्तिगत कॉल हो, व्यवसायिक कॉल हो, या स्पैम कॉल हो। कॉल करने वाले का नाम, नंबर और स्थिति (यदि स्पैम है) प्राप्तकर्ता के फोन पर दिखाई देगा।
8. क्या यह फीचर निजी डेटा की सुरक्षा से संबंधित कोई समस्या उत्पन्न करेगा?
TRAI और टेलीकॉम कंपनियां डेटा सुरक्षा को गंभीरता से ले रही हैं। यह फीचर केवल संपर्क जानकारी को दिखाएगा, जो आपकी संपर्क सूची में पहले से मौजूद है। इसे प्राइवेसी और सुरक्षा के दृष्टिकोण से लागू किया जाएगा ताकि आपका डेटा सुरक्षित रहे।
9. क्या मुझे कॉल करने वाले का नाम दिखाई देगा, अगर वह मेरे संपर्क में नहीं है?
नहीं, यदि कॉल करने वाला व्यक्ति आपके संपर्क सूची में नहीं है, तो केवल उनका फोन नंबर दिखाई देगा, और यदि यह स्पैम कॉल है, तो इसे स्पैम कॉल के रूप में चिह्नित किया जाएगा।
10. क्या यह कॉलर पहचान फीचर मुफ्त में उपलब्ध रहेगा?
हां, यह फीचर पूरी तरह से मुफ्त होगा और TRAI के निर्देशों के अनुसार यह सभी उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध रहेगा।
11. क्या अगर कॉल स्पैम नहीं है, लेकिन कोई सत्ताधारी एजेंसी कॉल कर रही है, तो क्या मुझे उनका नाम दिखाई देगा?
हां, यदि कोई सत्ताधारी एजेंसी या सरकारी संगठन कॉल कर रहा है, तो उनकी पहचान और संगठन का नाम भी स्क्रीन पर दिखाई देगा।
12. क्या यह फीचर कॉलिंग के अनुभव को धीमा कर देगा?
नहीं, यह फीचर केवल कॉलर की पहचान को दिखाने के लिए काम करेगा और कॉलिंग स्पीड पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यह पूरी प्रक्रिया स्मूद और तेज रहेगी।